Samyak Prasana - Aahatein

आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं ना कहीं
आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं

कभी मेरे ख्वाब सा,
कभी उलझे जवाब सा,
के चंदा में भी दाग सा,
मेरे जैसा तू
के दरिया का हो इक सिरा,
के अरमानो का सिलसिला,
के सेहरा में भी आब सा,
मेरे जैसा तू, मेरे जैसा तू

आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं ना कहीं

तेरा हूँ मैं, तुझे क्यों ना यक़ीन है!
चाहत में मेरी आख़िर क्या कमी है?
तुझमे ही तो च्छूपी मेरी खुदी है.
मेरी खुदी कुछ ना सही.
कुछ ना सही, कुछ ना सही

आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं

आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं ना कहीं कभी मेरे ख्वाब सा,
कभी उलझे जवाब सा,
के चंदा में भी दाग सा,
मेरे जैसा तू
के दरिया का हो इक सिरा,
के अरमानो का सिलसिला,
के सेहरा में भी आब सा,
मेरे जैसा तू, मेरे जैसा तू

आहटें, हो रहीं तेरी,
दिल के दर पे मेरे,
तू यहीं है कहीं ना कहीं

Written by:
Agnee

Publisher:
Lyrics © O/B/O DistroKid

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Samyak Prasana

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