Shankar Mahadevan and Sukhwinder Singh - Tum Chalo To Hindustan Chale
आ आ आ आ आ आ (आ आ)
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले (तुम चलो तो हिंदुस्तान चले)
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले (तुम चलो तो हिंदुस्तान चले)
लगाओ हाथ कि सूरज सुबह निकाला करे
हथेलियों में भरे धूप और उछाला करे
हो, लगाओ हाथ कि सूरज सुबह निकाला करे
हथेलियों में भरे धूप और उछाला करे
उफ़क्र पे पाँव रखी और चलो अकड़ के चलो
उफ़क्र पे पाँव रखो और चलो अकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो (आ आ)
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो (आ आ)
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले
तुम चलो तो हिंदुस्तान चले
हिंदुस्तान चले (चलो)
Written by:
GULZAR, SHANKAR MAHADEVAN, EHSAAN, LOY
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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