Manna Dey - Pitra Paksh Men Putra
पितृ पक्ष में पुत्र उथाना अर्ध्य न कर में, पर प्याला
बैठ कहीं पर जाना, गंगा सागर में भर कर हाला
किसी जगह की मिट्टी भीगे
किसी जगह की मिट्टी भीगे, त्रिप्ती मुझे मिल जाएगी
तर्पण अर्पण करना मुझको
पढ़ पढ़ कर के मधुशाला
पढ़ पढ़ कर के मधुशाला
तर्पण अर्पण करना मुझको
पढ़ पढ़ कर के मधुशाला
पढ़ पढ़ कर के मधुशाला
Written by:
JAIDEV, HARIVANSH RAI BACHCHAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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