Spark'n the Band - Khushkismat

खुशकिस्मत हो हम
जो तेरी बाहो मैं निकले दम
हमदम तूही
तुही सनम
ये प्यार कभी
ना होगा कम
जिने का तूही
सहारा हैं
बाकी सारे
एक बहाणा हैं
दर्या हू मैं तू किनारा हैं
तुही मेरा एक ठिकाणा हैं
आवारगी का ये कैंसा सुरूर हैं
दिल पे जो छाया रहे
हुम तुमसे दूर होके तुम हमसे दूर होके
क्यू हम ये दुरी सहे
चलते रहे
बस चलते रहे
मिलते रहे
कदम से कदम
याद तेरी कितनी आती हैं
खामोशियाँ मुझे बताती हैं
कैद नही दिल परीदा हैं
तुझसे ही तो हम जिंदा हैं
तेरी मोहोब्बत का कैसा फितूर हैं
जो मुझको जिंदा रखे
कितना कुछ केहना हैं
तुमसे मगर
ये दिल
चाहके भी केह ना सके
फिर भी हसते रहे मुस्कराते रहे
आंखे कभी हो ना नम
खुशकिस्मत हो हम
जो तेरी बाहो मैं निकले दम
हमदम तूही
तुही सनम
ये प्यार कभी
ना होगा कम
ये प्यार कभी
ना होगा कम
ये प्यार कभी
ना होगा कम

Written by:
Pranjali Ganvir

Publisher:
Lyrics © O/B/O DistroKid

Lyrics powered by Lyric Find

Spark'n the Band

View Profile