Manna Dey - Ek Baras Men Ek Baar Hi

एक बरस में, एक बार ही, जगती होली की ज्वाला
एक बार ही लगती बाज़ी, जलती दीपों की माला
दुनिया वालों किन्तु किसी दिन आ मदिरालय में देखो
आ मदिरालय में देखो
दिन को होली, रात दिवाली, रोज़ मनाती मधुशाला
दिन को होली, रात दिवाली, रोज़ मनाती मधुशाला

Written by:
JAIDEV, HARIVANSH RAI BACHCHAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Manna Dey

Manna Dey

View Profile