Manna Dey - Mere Shav Par Woh Roe
मेरे शव पर वह रोये, हो जिसके आँसूं में हाला
आह भरे वह, जो हो सुर्भित मदिरा पी कर मतवाला
दे मुझको वे कंधा जिनके पद मद डगमग होते हों
और जलूं उस थोर
और जलूं उस थोर जहाँ पर कभी रही हो मधुशाला
और जलूं उस थोर जहाँ पर कभी रही हो मधुशाला
Written by:
JAIDEV, HARIVANSH RAI BACHCHAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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