Gulshan Jhankar Studio, Geeta Dutt and Mohammed Rafi - Gori Gori Patli Kalai Re [Jhankar Beats]

गोरी गोरी पतली कलाई रे बलमवा
छोड़ न देना पकड़ के
चले जाना न हमसे अकड़ के

ओ चोरी चोरी मेरी गली आना रे सजनिया
न देखे मोहल्ले के लड़के
जरा घर से निकलना तड़के

गोरी गोरी पतली कलाई रे बलमवा
छोड़ न देना पकड़ के
चले जाना न हमसे अकड़ के

अर र चोरी चोरी मेरी गली आना रे सजनिया
न देखे मोहल्ले के लड़के
जरा घर से निकलना तड़के

छोड़ के ना जाना मेरा दिल न दुखाने
देखो प्यार निभाना बलम रसिया

हो मन में बिठाऊ तोहे अपना बनाओ
गोरी तेरे बिना मेरा कही लागे न जिया
हो गोरी लागे न जिया

कहु पिया तुम्हारे में पकड़ के
चले जाना न हमसे अकड़ के
गोरी गोरी पतली कलाई रे बलमवा
छोड़ न देना पकड़ के
चले जाना न हमसे अकड़ के

तेरा हु दीवना तूने इतना न जाना
तोहे मन की ये बातें बताऊँ कैसे

प्यार के मेरे गिने रतियो को तरे
तुझे अपना ये हाल सुनाऊँ कैसे
हो सुनाऊँ कैसे
दिल में शोला मोहब्बत का भडके
चले जाना न हमसे अकड़ के
गोरी गोरी पतली कलाई रे बलमवा
छोड़ न देना पकड़ के
चले जाना न हमसे अकड़ के

अर र चोरी चोरी मेरी गली आना रे सजनिया
न देखे मोहल्ले के लड़के
जरा घर से निकलना तड़के

Written by:
KUMAR HEMANT, S H Bihari

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Gulshan Jhankar Studio, Geeta Dutt and Mohammed Rafi

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