Kishore Kumar and डैन्नी डेंज़ोंपा - Botal Khali Hone To Do

तू रु तू रु तू रु तू रु रे रे रे
आह हा हा हा हा हे हे हे
पानी के बदले पी कर शराब
खातों में हम तुम ढूंढे गुलाब
हा पानी के बदले पी कर शराब
काँटों में हम तुम ढूंढे गुलाब
गलियों में देखे महलों के ख्वाब
है गलियों में देखे महलों के ख्वाब
अरे नींद आई है मुझे मेरे यार
नींद आई है मुझे मेरे यार
सोने तो दो सोने तो दो
बोतल खाली होने तो दो
बोतल खाली होने तो दो

ग़म के सिवा है क्या अपने पास
बचपन से हम नौजवा है उदास
ग़म के सिवा है क्या अपने पास
बचपन से हम नौजवा है उदास
पिने से भड़ती है दिल की प्यास
हा पिने से भड़ती है दिल की प्यास
अरे हसना अगर मुश्किल है तो फिर
हसना अगर मुश्किल है तो
फिर रोने तो दो रोने तो दो
बोतल खाली होने तो दो
बोतल खाली होने तो दो

कहना है क्या अब अरमानो को
फुटपाथ के इन मेहमानों को
कहना है क्या अब अरमानो को
फुटपाथ के इन मेहमानों को
समझाओ न कुछ दिवानो को
समझाओ न कुछ दिवानो को
हे मैं होश में हूँ दीवाना मुझे
मैं होश में हूँ दीवाना मुझे
होने तो दो होने तो दो
बोतल खाली होने तो दो

Written by:
ANAND BAKSHI, RAHUL DEV BURMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Kishore Kumar and डैन्नी डेंज़ोंपा

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