आकांक्षा भंडारी, ज़ाएदेन and Lost Stories - Noor

वेखन नू
चुख चरखा गली दे विच पांवा
वे लोका पाने मैं काट दी
तंग टेरिया यादन ने पांवा
वे माहिया तेरे वेखन नू

वेखन नू
वेखन नू
चुख चरखा गली दे विच पांवा
वे लोका पाने मैं काट दी
तंग टेरिया यादन ने पांवा
वे माहिया तेरे वेखन नू

तुमको है माना
अपना ही खुदसे ज़्यादा
मुझको ना अब तू ऐसे
तू, तू सतना
ग़लती थी माना
अब क्या करूँ बता ना
मुझको ना अब तू ऐसे
तू, तू सतना

सपने जो देखे
दोनो ने मिलके
उन ख्वाबों की बातों को
गातें जा

वेखन नू
चुख चरखा गली दे विच पांवा
वे लोका पाने मैं काट दी
तंग टेरिया यादन ने पांवा
वे माहिया तेरा वेखन नू
ओओओओ
ओ ओ हो हो हो
ओ ओ हो हो हो

Written by:
Akansha Bhandari, Lost Stories, Zaeden, Aayushman Sinha

Publisher:
Lyrics © Songtrust Ave

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आकांक्षा भंडारी, ज़ाएदेन and Lost Stories

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