Harshdeep Kaur and Shabab Sabri - Mahi
माही
परदेश गयो परदेशी होयो
टेरियँ मूलवाट नणु दोल
कमली क्र के छड़ गयो मेनू
बेती तख गलियाँ दे फ़ॉल
मेरे माही वे सोने मेरे माही
मेरे माही वे सोने मेरे माही
ना तेरे जेसा होर कोई
मेरे माही वे सोने मेरे माही
ना तेरे जेसा होर कोई
याद आई जो तेरी याद आई
याद आई जो तेरी याद आई
ते अख सारी रात रोई
मेरे माही वे सोने मेरे माही
ना तेरे जेसा होर कोई
बिरहा में तेरे, कमली हुई में
जपदी हू माला में, तेरे नाम की
कहने ने सारे, पगली हू में
अब ना खबर है मुझे, सुबह शाम की
तेरी दूरी हाई हाई
तेरी दूरी ने ऐसा तडपया
तेरी दूरी ने ऐसा तडपया
ने एक घड़ी यार सोई
मेरे माही वे सोने मेरे माही
ना तेरे जेसा होर कोई
याद आई जो तेरी याद आई
ते अख सारी रात रोई
आजा आजा माही
आजा आजा माही
आजा आजा माही
आजा आजा माही
हो सोनी अटारी सोना चौबारा
कैसे बताऊँ क्या मेरा हाल है
सबको में बोली रबको में बोली
हर पाल मुझी तो तेरा ख्याल है
होश मुझको मूहको
होश मुझको नहीं है अब मेरा
होश मुझको नहीं है अब मेरा
में खोई किते यार खोई
मेरे माही वे सोने मेरे माही
ना तेरे जेसा होर कोई
याद आई जो तेरी याद आई
ते अख सारी रात रोई
माही माही
आज़ा आजा माही
आज़ा आजा माही
आज़ा आजा माही आज़ा
थक थक गइ तेरी अखियाँ
हूँ ओदे दर्शन दा
आज़ा आजा माही
आजा आजा माही
आजा आजा माही
आजा आजा माही
हिन्द छोड़ के बजते तोड़ी
आके अब न आजा
आजा आजा माही (आ आ)
आजा आजा माही (आ आ)
आजा आजा माही (आ आ)
आजा आजा माही (माही)
आजा आजा माही (माही)
आजा आजा माही (माही)
माही (आजा माही)
आजा माही
Written by:
NEERAJ SHRIDHAR, SAMEER ANJAAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find