Vinod Rathod and Poornima - Sasuri Garam Garam
हा हा हा हा
हा हा हा हा
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई
ना टूट जाए हाथ नरम नरम नरम नरम
ताराम परम पं ससूरी गरम गरम (ताराम परम पं)
ओ ससूरी गरम गरम (ताराम परम पं)
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई हाय
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई
ना टूट जाए हाथ नरम नरम नरम नरम
ताराम परम पं ससूरी गरम गरम (ताराम परम पं)
ओ ससूरी गरम गरम (हाँ ताराम परम पं)
आ चूम लू गाल गुलाबी
बोल ज़रा जान मेरी क्यू है खफा
हाथ लगा ना गऑरे बदन को
देख कभी करना नही ऐसी ख़ाता
ओ चल माना के तू कोई हूर है
मेरी जा किसलिए मगरूर है हाँ
पीछे पड़ा है जिद्द पे अड़ा है चालू बड़ा है हे
पीछे पड़ा है जिद्द पे अड़ा है चालू बड़ा है
काय को आए ना तुझे शरम शरम शरम शरम
ताराम परम पं ससूरी गरम गरम
ओ ससूरी गरम गरम ओ ससूरी गरम गरम
ससूरी गरम गरम गरम गरम
आया यहा दूर वतन से
प्यार की सौगात लिए तेरा सजन
अंग्रेज मे तू है देहाती
होगा नही ऐसे कभी अपना मिलन
हा सजी सवरी दुल्हन के भेष मे
तुझे ले जाऊंगा मेरे देश मे हाँ
अरे जा
जा रे अनाड़ी पागल प्रेमी Do not touch me
Why (जा)
जा रे अनाड़ी पागल प्रेमी Do not touch me
मे तोड़ दूँगी तेरा भरम भरम भरम भरम
ताराम परम पं ससूरी गरम गरम
ओ ससूरी गरम गरम
ओ ससूरी गरम गरम
ससूरी गरम गरम गरम गरम गरम गरम
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई अरे रे रे
रामा दुहाई जुल्मी कसाई पकड़े कलाई
ना टूट जाए हाथ नरम नरम नरम नरम
ताराम परम पं ससूरी गरम गरम (ताराम परम पं)
ओ ससूरी गरम गरम (हाँ ताराम परम पं)
ससूरी गरम गरम
ससूरी गरम गरम
हो ससूरी
Written by:
ANAND CHITRAGUPT, MILIND CHITRAGUPT, N/A SAMEER
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find