Mohammed Rafi, Asha Bhosle, Dilraj Kaur and Sonik - Kaam Karo Bhai Kaam Karo

हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो
ह हा हा ह हा हा ह हा हा ह हा हा ह हा हा

मेहनत से न कभी डरो धरती का आँचल भर दो

मेहनत से न कभी डरो धरती का आँचल भर दो

और पत्थर से हिरा मिट्टी से सोना पैदा करो

काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)

मेहनत से न कभी डरो धरती का आँचल भर दो
और पत्थर से हिरा मिट्टी से सोना पैदा करो

काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो (हैया)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो

जिसको अपने बाजुबल और मेहनत पे विश्वाश रहे
उसके सारे उजड़े जीवन में न धुप रहे न प्यास रहे
राह में जो भी आए हर नाकामी को नाकाम करो

काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)

कसम उठाओ आज सभी मजदूरी करके ही खाना
हाथ फैलाकर खाने से अच्छा है भूखा मर जाना
सुनो भीखारियों भीख मांग कर देश को न बदनाम करो

काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)

मेहनत से न कभी डरो धरती का आँचल भर दो

मेहनत से न कभी डरो धरती का आँचल भर दो

और पत्थर से हिरा मिट्टी से सोना पैदा करो

काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
काम करो हा काम करो सुबह करो और शाम करो (ही ही ही)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो (हैया)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो (हैया)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो (हैया)
हो हो हो (हैया हैया)
हो हो हो (हैया)

Written by:
Sonik-Omi, Varma Malik

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Mohammed Rafi, Asha Bhosle, Dilraj Kaur and Sonik

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