Zubeen garg - Titliyon Jaisa Mann

मॅन की लागे जब तक ना लगान
मिलें ना चैन करें
चाहें लाखों जतन
गहरा रिश्ता है मौत
और ख्वाईषों के बीच
मौत के दर्र से
हम सारी ख्वाइशें
इसी जानम में पूरी
करना चाहते हैं
ना जानते हुए की मौत भी
ज़िंदगी का ही इक हिस्सा है
हम मौत भी
ता ता रा रा रा रा रा ता ता रा रा रा रा
तितलियों जैसा यह मॅन
तितलियों जैसा यह मॅन
बोले रे बोले रे बोले रे बोले रे
बागों में फूलों में
इन्न मस्त बहारों में
डोले रे डोले रे डोले रे डोले रे
तितलियों जैसा यह मॅन
तितलियों जैसा यह मॅन

रंग भारी पहनकर चोली
वो फूलों से बोली
रंग भारी पहनकर चोली
वो फूलों से बोली
पगली पवन के पैरों पर
मिलके सजाए रंगोली
चुराकर उनसे खुश्बू
ढून्दटी है बेखुदी में
कलियों का और चमन
तितलियों जैसा यह मॅन
तितलियों जैसा यह मॅन

उड़ते उड़ते तितली इक दिन
च्छुने चली आकाश
उड़ते उड़ते तितली इक दिन
च्छुने चली आकाश
पी के पिच्चे बावरी
भूलती राह नकाश
उलझकर गुम हुई
बादलों के झुर्मुट में
और खोया नील गगन
तितलियों जैसा यह मॅन
तितलियों जैसा यह मॅन
बोले रे बोले रे बोले रे बोले रे
बागों में फूलों में,
इन्न मस्त बहारों में
डोले रे डोले रे डोले रे डोले रे
तितलियों जैसा यह मॅन
तितलियों जैसा यह मॅन

Written by:
Alimchand Prakash

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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Zubeen garg

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