Geeta Dutt, Lata Mangeshkar and सुधा मल्होत्रा - Haule Haule Ek Bhi Na Ghunghroo

हौले हौले एक भी ना
घुंघरू बोले
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से
हौले हौले एक भी ना
घुंघरू बोले
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से

आजा ओ आजा कहा रोज़ रोज़
ये मोका ना देना, ना देना
कही आज रत भी धोखा
संभाल संभाल के रह
ना जाए दुनिया जल्के
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से
हौले हौले एक भी ना
घुंघरू बोले
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से

आजा ओ आजा है
चाँद रात भी फीकी
बिन तेरे बिन तेरे
ये चाँदनी है फीकी फीकी
आजा ओ आजा है
चाँद रात भी फीकी
बिन तेरे बिन तेरे
ये चाँदनी है फीकी फीकी
बात ये सुलझे इस तरहा के
नाथ ना उलझे
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से
हौले हौले एक भी ना
घुंघरू बोले
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से

आजा ओ आजा अब रात रह
गयी आधी
क्या होगा क्या होगा जो
बात रह गयी आधी
आजा ओ आजा अब रात रह
गयी आधी
क्या होगा क्या होगा जो
बात रह गयी आधी
बात ये उलझे इस तरह
के लठ न उलझे
यू उठा ले मुझको सैया
मई नचू जब च्चां से
हौले हौले एक भी ना
घुंघरू बोले
यू उठा ले मुझको सैया

Written by:
JAIKSHAN SHANKAR, RAJINDER KRISHAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Geeta Dutt, Lata Mangeshkar and सुधा मल्होत्रा

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