Kundan Lal Saigal - Ab Main Kaah Karun Kit Jaaoon

अब मैंकह करू कित जाऊ
मैं कह करू कित जाऊ
अब मैंकह करू कित जाऊ
मैं कह करू कित जाऊ
छूट गया छूट गया
छूट गया सब साथ सहारा
अपने भी कर गए किनारा
छूट गया सब साथ सहारा
अपने भी कर गए किनारा
इक बाज़ी में सब कुछ हरा
आशा हरी हिम्मत हारी
आशा हरी हिम्मत हारी
अब्ब क्या दानव लागौ
मैं कह करू कित जाऊ
अब मैंकह करू कित जाऊ
मैं कह करू कित जाऊ
जो पौधा सींचा मुरझाया
टूट गया जो महल बनाया
जो पौधा सींचा मुरझाया
टूट गया जो महल बनाया
बुझ गया जो भी दिया जलाया
मन अँधियारा जग अँधियारा
ज्योत कहा से लाऊ मैं

Written by:
PANDIT BHUSHAN, PANKAJ MULLICK

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Raleigh Music Publishing LLC

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Kundan Lal Saigal

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