Kundan Lal Saigal - Dukh Ke Ab Din Beet Nahin

दुःख के दुःख के अब दिन बीतत नाही
दुःख के अब दिन बीतत नाही
सुख के दिन थे एक स्वपन था
सुख के दिन थे एक स्वपन था
सुख के दिन थे एक स्वपन था
अब दिन बीतत नाही मोरे
अब दिन बीतत नाही
दुःख के अब दिन बीतत नाही

न मैं किसी का ना कोई मेरा
न मैं किसी का ना कोई मेरा
छाया चारों और अन्धेरा
छाया चारों और अन्धेरा
अब कछु सूझत नाही
मोरे अब दिन बीतत नाही
अब दिन बीतत नाही
दुःख के दुःख के दुःख के

Written by:
KEDAR SHARMA, TIMIR BARAN

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Raleigh Music Publishing LLC

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Kundan Lal Saigal

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