Anup Jalota - Shri Krishna Govind Hare Murari
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
पितु मात स्वामी सखा हमारे
पितु मात स्वामी सखा हमारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी (आ आ आ)
हे नाथ नारायण वासुदेवा (आ आ आ)
हलपति कंस ने पूत पठाये
विविध रूप धर धर के आये
आ आ आ
बुद्धि हिन ने ये भी न जाना
कौन प्रभु का वध कर पाए
Written by:
Traditional
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)
Lyrics powered by Lyric Find