Lata Mangeshkar - Hari Bin Kun Gati Meri
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
आ आ आ, कूण गति मेरी
तुम मेरे प्रतिपाल कहिए
तुम मेरे प्रतिपाल कहिए, मैं दासी प्रभु तेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
ये संसार विकार का सागर
ये संसार विकार का सागर, बीच मे मैं घेरी
कूण गति मेरी, हरी बिन कूण गति मेरी
बारी बारी पुकारी मैं
बारी बारी पुकारी मैं, प्रभु हैं आरती तेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
नाव फूटी प्रभु पार लगाओ
नाव फूटी प्रभु पार लगाओ, डूबत दासी तेरी
कूण गति मेरी, हरी बिन कूण गति मेरी
दासी मीरा नाम रटत हैं
दासी मीरा नाम रटत हैं, मैं शरण हूँ तेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
तुम मेरे प्रति पाल कहिए
तुम मेरे प्रति पाल कहिए, मैं दासी प्रभु तेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
हरी बिन कूण गति मेरी
Written by:
HRIDAYNATH MANGESHKAR, MEERA BAI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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