Nusrat Fateh Ali Khan - Ishq Da Rutba
समझ सके ना लोग सयाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
समझ सके ना लोग सयाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इस दुनिया का खेल रचाया
इश्क़ की खातिर आप खुदा ने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
किस्सा पुराना इश्क़ का
दुश्मन ज़माना इश्क़ का
जिसको लगा मजनू बना
उलटा निशाना इश्क़ का
निदे चुरा ले इश्क़
इश्क़ राते जगा दे इश्क़ इश्क़
जी को जलाए इश्क़ इश्क़
पागल बना दे इश्क़ इश्क़
जीतने भी लाया दुख
शिकवा कभी ना करे
चुप ही रहे दीवान
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इस दुनिया का खेल रचाया
इश्क़ की खातिर आप खुदा ने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
समझ सके ना लोग सयाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इस दुनिया का खेल रचाया
इश्क़ की खातिर आप खुदा ने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जाने
Written by:
Majrooh Sultanpuri, NUSRAT FATEH ALI KHAN
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find