Kundan Lal Saigal - Jo Beet Chuki So Beet Chuki
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
अब उस की याद सताए क्यों
अब उस की याद सताए क्यों
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
खुश रहने वाली सूरत पे
चिंता की बदलि छाये क्यूँ
खुश रहने वाली सूरत पे
चिंता की बदलि छाये क्यूँ
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
जो बीत चुकी सो बीत चुकी
सामान कर दिल बहलाने का
प्याले में दबो दे सब चिंता
सामान कर दिल बहलाने का
प्याले में दबो दे सब चिंता
वो दिल जो पिए जा कहता था
वो दिल जो पिए जा कहता था
अब जाम वोहि ठुकराये क्यूँ
अब जाम वोहि ठुकराये क्यूँ
फूलों से जिसको नफरत हो
उनकी खुश्बू से वेह्शत हो
फूलों से जिसको नफरत हो
उनकी खुश्बू से वेह्शत हो
जिस दिल की मचलना आदत हो
जिस दिल की मचलना आदत हो
फिर कोई उसे बेहलाये क्यों
फिर कोई उसे बेहलाये क्यों
Written by:
KEDAR SHARMA, TIMIR BARAN
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Raleigh Music Publishing LLC
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