Anup Jalota - Kabhi Kaha Na Kisi Se
कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को
ना जाने कैसे खबर लग गयी ज़माने को
कभी कहा
डुआं बाहर की माँगी तो इतने फूल खिले
डुआं बाहर की माँगी तो इतने फूल खिले
कहीं जागे ना मिली मेरे आशियाँ को
कभी कहा
सुना हैं गैर की महफ़िल में तुम ना जाओगे
सुना हैं गैर की महफ़िल में तुम ना जाओगे
कहो तो आज सजले ग़रीब खाने को
कभी कहा
कुच्छ ऐसे साज गये टीँके अब दर हैं मुझे
कुच्छ ऐसे साज गये टीँके अब दर हैं मुझे
कहीं नज़र ना लगे मेरे आशियाने को
कभी कहा
दबा के काबरा में सब चल दिए डुआं ना सलाम
दबा के काबरा में सब चल दिए डुआं ना सलाम
ज़रा सी देर में क्या हो गया ज़माने को
कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को
ना जाने कैसे खबर लग गयी ज़माने को
कभी कहा
Written by:
ANUP JALOTA, JALALABADI QAMAR
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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