Sadhana Sargam - Karwa Chauth Ka Vrath
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
लाज मेरी भगवन निभाएगा
उपवास तब तक न तोड़ूँगी
स्वामी जब तक न घर मेरे आएगा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
लाज मेरी भगवन निभाएगा
उपवास तब तक न तोड़ूँगी
स्वामी जब तक न घर मेरे आएगा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
जब तक गगन में रहे चन्द्रमा
मेरे जीवन में मेरा सजना रहे
आ आ आ आ
जब तक गगन में रहे चन्द्रमा
मेरे जीवन में मेरा सजना रहे
मेरे पति की मुस्कानों से
महका मेरा घर अंगना रहे
मेरे पति की मुस्कानों से
महका मेरा घर अंगना रहे
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आया न आएगा पी के सिवा
कोई मेरी ज़िंदगानी में
आ आ आ आ
आया न आएगा पी के सिवा
कोई मेरी ज़िंदगानी में
चाँद और सूरज का चेहरा न देखा
देखा तो देखा बस पानी में
देखा तो देखा बस पानी में
आ आ आ आ
आ आ आ आ
मेरा तो भगवन मेरा पति हैं
तेरे ही चरणों में स्वर्ग हैं मेरा
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
मेरा तो भगवन मेरा पति हैं
तेरे ही चरणों में स्वर्ग हैं मेरा
जाऊ तो जाऊ मैं काँधे पे तेरे
सिंदूर हो माँग में बस तेरा
जाऊ तो जाऊ मैं काँधे पे तेरे
सिंदूर हो माँग में बस तेरा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
करवा चौथ का व्रत मैंने रखा
Written by:
Indeevar
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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