Anup Jalota - Ruk Jao Subah Tak [Live]
रुक जाओ..रुक जाओ
रुक जाओ..रुक जाओ
रुक जाओ सुबह तक
रुक जाओ सुबह तक
ना होये रात आखरी
रुक जाओ सुबह तक
ना होये रात आखरी
श्यद हूँ ज़िंदगी के
ये लम्हात आखरी
श्यद हूँ ज़िंदगी के
ये लम्हात आखरी
आ पाए और मरीज़े
मोहब्बत के लब खुले
आ पाए और मरीज़े
मोहब्बत के लब खुले
शायद ये कह रहा हैं
कोई बात आखरी
शायद ये कह रहा हैं
कोई बात आखरी
पहले तो दिल दिया था
पहले तो दिल दिया था
अब दे रहा हूँ जान
अब दे रहा हूँ जान
दे रहा हूँ जान
दे रहा हूँ जान
दे रहा हूँ जान
दे रहा हूँ जान
पहले तो दिल दिया था
अब दे रहा हूँ जान
कीजे क़ुबूल ये
मेरी सौगात आखरी
कीजे क़ुबूल ये
मेरी सौगात आखरी
श्यद हूँ ज़िंदगी के
ये लम्हात आखरी
लीलह तू भी
लीलह तू भी मेरे ज़नज़े के साथ चल
साथ चल..साथ चल
साथ चल..साथ चल
लीलह तू भी मेरे ज़नज़े के साथ चल
होगा होगा मेरा सफ़र ये तेरे साथ आखरी
होगा मेरा सफ़र ये तेरे साथ आखरी
श्यद हूँ ज़िंदगी के
ये लम्हात आखरी
रुक जाओ..रुक जाओ
रुक जाओ..रुक जाओ
रुक जाओ सुबह तक
ना होये रात आखरी
Written by:
ANUP JALOTA, PAYYAAM
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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