Kundan Lal Saigal - Sapt Suran Teen Gram

सप्त सुरन तीन ग्राम
गावो सब गुणीजन
इक्कीस मूर्छना बाण
तान को मिलावो
सप्त सुरन तीन ग्राम
गावो सब गुणीजन
इक्कीस मूर्छना बाण
तान को मिलावो
ओदहवा सकिरण स्वर
सम्पूर्ण राग भेद
ओदहवा सकिरण स्वर
सम्पूर्ण राग भेद
अलकार भूषन बन
अलकार भूषन बन
राग को सजावो
सप्त सुरन
सा सूर साधो मन
रे अपने रब को चैन
सा सूर साधो मन
रे अपने रब को चैन
गाढार तजो गुमान
गाढार तजो गुमान
मध्यम मोक्षा पावो
पचम परमेश्वर
धैवत धरो ध्यान
पचम परमेश्वर
धैवत धरो ध्यान
नई नीट दिन प्रभु
चरण शीतल ावो
सप्त सुरन तीन ग्राम
गावो सब गुणीजन
इक्कीस मूर्छना तान
बाण को मिलावो
सप्त

Written by:
D MODHAK, KHEMCHAND PRAKASH

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Raleigh Music Publishing LLC

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Kundan Lal Saigal

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