Anup Jalota - WOH CHANDANI KA BADAN KHUSHBOO
दिल को जब बेदिली नहीं होती
ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं होती
मोट की धमकिया ना दो मुझको
मोट क्या ज़िंदगी नहीं होती
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
बहोट अज़ीज़ हमें हैं
मगर पराया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
बहोट अज़ीज़ हमें हैं
मगर पराया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
तुम इतनी डोर सितारों के
पास रहते हो
तुम इतनी डोर सितारों के
पास रहते हो
तुम इतनी डोर सितारों के
पास रहते हो
तुम्हें खुदा ने
हमारे लिए बनाया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
बहोट अज़ीज़ हमें हैं
मगर पराया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
उससे किसी की मोहब्बत का
ऐतबार नहीं
उससे किसी की मोहब्बत का
ऐतबार नहीं
उससे किसी की मोहब्बत का
ऐतबार नहीं
उससे ज़माने में सयद
बहोट सताया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
बहोट अज़ीज़ हमें हैं
मगर पराया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
कहाँ से आई ये खुश्बू
ये घर की खुश्बू हैं
कहाँ से आई ये खुश्बू
ये घर की खुश्बू हैं
इश्स अजनबी से अंधेरे में
कॉआन आया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
तमाम उमरा मेरा दम इसी
धुएँ में घुता
तमाम उमरा मेरा दम इसी
धुएँ में घुता
वो इक चराग़ मैने
उससे बुझाया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
बहोट अज़ीज़ हमें हैं
मगर पराया हैं
वो चाँदनी का बदन
खुश्बू ओ का साया हैं
Written by:
BASHIR BADRA, ANUP JALOTA, BASHIR BADR
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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