Sachin Gupta, Ghulam Ali and Nitish R Kumar - Chupke Chupke Raat Din [Lofi]
हम्म चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
और दुपट्टे से तेरा वो
मुँह च्छुपाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी
का वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे नंगे
पाँव आना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
Written by:
HASRAT MOHANI, Ghulam Ali
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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