Lata Mangeshkar, Kishore Kumar and एस. डी. बर्मन - Gir Gaya Jhumka Girne Do
गिर गया झुमका गिरने दो, खो गयी मुंदरी खोने दो
उडद गयी चुनरी उड़ने दो, कहे का दर है बलि उमर है
छ्चोड़ो बहाना ना ना
गिर गया झुमका गिरने दो, खो गयी मुंदरी खोने दो
उडद गयी चुनरी उड़ने दो, कहे का दर है बलि उमर है
अरे छ्चोड़ो बहाना ना ना
गिर गया झुमका गिरने दो
आजा ना ना, आजा आजा आजा ना ना हाँ हाँ ना ना ना ना
पूछेंगे सब मुझे, आई कहाँ से तू हसीना
रंग भरे होंठो का, रंग भला किसने छिनना
कहना चमन से फुलो ने मेरा
रूप चुरा के रख लिया, उई क्या हुवा
चुभ गया काँटा चुभने दो
खुल गया गजरा खुलने दो
मिट गया कजरा मिटने दो, कहे का दर है बलि उमर है
अरे छ्चोड़ो बहाना ऊन्हूँ
गिर गया झुमका
शरबती आँखो से दो घूंठ पीने दो मुझको
रेशमी ज़ुल्फो के साए मे जीने दो मुझको
मई मान जाती लेकिन धड़कते दिल ने माना कर दिया
हे हे क्या हुवा, हो गई मुश्किल होने दो
खिल गयी कालिया खिलाने दो, आ गये भंवरे आने दो
कहे का दर है बलि उमर है, अरे छ्चोड़ो बहाना ना ना
गिर गया झुमका
आहिस्ता आहिस्ता च्छेदो दिलों की कहानी
क्या करू माने ना मेरी जवानी दीवानी
ऐसे दीवाने तुम नही थे, यह तुमको क्या हो गया
गया क्या हुवा
चल गया जादू चलाने दो, अरे सुध-बुध खोई खोने दो
आ गया कोई आने दो, कहे का दर है बलि उमर है
छ्चोड़ो बहाना ना ना ना
Written by:
ANAND BAKSHI, S.D. BURMAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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