सिद्धार्त स्लाथिया - Chhupana Bhi Nahin Aata

हथेली पे तुम्हारा नाम
लिखते हैं मिटाते हैं
तुम्हीं से प्यार करते हैं
तुम्हीं से ही क्यों छुपाते हैं
तुम्हीं से ही क्यों छुपाते हैं
जुबान पे बात हैं लेकिन
सुनाना ही नहीं आता
हमें तुमसे मोहब्बत है
बताना भी नहीं आता
छुपाना भी नहीं आता
जताना भी नहीं आता
हमें तुमसे मोहब्बत है
बताना भी नहीं आता

चोरी-चोरी चुपके चुपके
तुमको देखा करते हैं
हाल-ए-दिल सुनाने से
ना जाने क्यों डरते हैं
ना जाने क्यों डरते हैं
कितना पागल दिल है मेरा
मनाना भी नहीं आता
हमें तुमसे मोहब्बत है
बताना भी नहीं आता
छुपाना भी नहीं आता
जताना भी नहीं आता
हमें तुमसे मोहब्बत है
बताना भी नहीं आता

Written by:
ANU MALIK, RANI MALIK

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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सिद्धार्त स्लाथिया

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