Asha Bhosle, Laxmikant Pyarelal and Mohammed Rafi - Mere Mehboob Tum
वो वो अकेला जो है एक हज़ारों में
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
वो वो नगीना
जो है एक हज़ारों में
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
पहले ही पहल
जब तुमसे मिले
हमको तो लगा ऐसे
पहचान हो
तुमसे मुद्दत की
ए जाने वफ़ा जैसे
वो देख के
जिसको फूल की डाली
झुक झुक जाती है
आईने में सबनम
जिसकी तस्वीर दिखती है
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
बरसो से तुम्हारा दर्दे
मोहब्बत सहते है
सहते है
जो आज तलक हम कह
न सके अब कहते है
कहते है
नजरो ने की जो बात
इशारों में तुमसे
हम आज दिल की माने
मतलब कहते है
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
हमने तुमको देखा
तुम्हे दिल दे बैठे
हमने तुमको देखा
तुम्हे दिल दे बैठे
आशिक लोगो का काम
हमें मालूम नहीं
मालूम नहीं
जीना है तुम पे और
तुम्ही में मरना है
इसके सिवा कुछ और
हमें मालूम नहीं
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब
तुम हो तुम्ही हो
वो वो अकेला जो है एक हज़ारों में
वो वो नगीना जो है एक हज़ारों में
मेरे महबूब तुम हो तुम्ही हो
मेरे महबूब तुम हो तुम्ही हो
Written by:
Laxmikant Pyarelal, Majrooh Sultanpuri
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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