Asha Bhosle and Vaibhav Singh Music - Raat Akeli Hai Bujh Gaye Die [Retro Mix]
रात अकेली है, बुझ गए दिए
आके मेरे पास कानों में मेरे
जो भी चाहे कहिए, जो भी चाहे कहिए
रात अकेली है, बुझ गए दिए
आके मेरे पास कानों में मेरे
जो भी चाहे कहिए, जो भी चाहे कहिए
रात अकेली है
तुम आज मेरे लिए रुक जाओ, रुत भी है, फ़ुर्सत भी है
तुम्हें ना हो, ना सही, मुझे तुम से मोहब्बत है
तुम आज मेरे लिए रुक जाओ, रुत भी है, फ़ुर्सत भी है
तुम्हें ना हो, ना सही, मुझे तुम से मोहब्बत है
मोहब्बत की इजाज़त है तो चुप क्यूँ रहिए?
जो भी चाहे कहिए
रात अकेली है, बुझ गए दिए
आके मेरे पास कानों में मेरे
जो भी चाहे कहिए, जो भी चाहे कहिए
रात अकेली है
Written by:
MAJROOH SULTANPURI, S.D. BURMAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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