Suman Kalyanpur and Mukesh - Aaja Bahon Men Dil Ki Rahon Men

आजा बाहों में
दिल की राहोँ में
झुकी नज़रे अल्लाह अल्लाह
उठती पलके अल्लाह अल्लाह

अरमान जगाया
तूफान उठाओ ना
रुकती साँसे अल्लाह अल्लाह
बहकी बाते अल्लाह अल्लाह

यह फुलो के दामन पे
शबनम के मोती
के जैसे ज़मीन पे
उतर आए तारे
यह फुलो के दामन पे
शबनम के मोती
के जैसे ज़मीन पे
उतर आए तारे

ज़रा मेरी जानी भी
देखो मेरी जान
मेरा प्यार रहे रहे के
तुमको पुकारे
आजा बाहों में
दिल की राहोँ में
झुकी नज़रे अल्लाह अल्लाह
उठती पलके अल्लाह अल्लाह

है बल ख़ाके गिरती
हुई आबशारे
के तुमने है लहराके
गेसू बखेरे
है बल ख़ाके गिरती
हुई आबशारे
के तुमने है लहराके
गेसू बखेरे
ना देख इस तरह तू
मेरे पास आ के
के आती है अब आँच
सांसो से तेरे
आरमान जगाओ ना
तूफान उठाओ ना
रुखती साँसे अल्लाह अल्लाह
बहकी बाते अल्लाह अल्लाह

यह कश्ती है या
चाँद की पालकी है
चली जा रही है
उड़ी जा रही है
यह कश्ती है या
चाँद की पालकी है
चली जा रही है
उड़ी जा रही है
मेरी जान मोहब्बत
के है यह करिश्मे
मोहब्बत की शबनम
बिखरा रही है
आजा बाहों में
दिल की राहोँ में
झुकी नज़रे अल्लाह अल्लाह
उठती पलके अल्लाह अल्लाह
आरमान जगाओ ना
तूफान उठाओ ना
रुखती साँसे अल्लाह अल्लाह
बहकी बाते अल्लाह अल्लाह

Written by:
JAVED ANWAR, PREM DHAWAN, USHA KHANNA

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Suman Kalyanpur and Mukesh

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