Umesh Kaushik, Rohit Kumar Kolee and Umu Pandit - Soniye Vi Laut Aaja Ve Tu

सोहनिए नी लौट आजा वे तू
फिर से मैनु रुला जा वे तू
तेरे सारे ज़ुल्म सेह लूंगा मै
इक वारी नी मूड आजा वे तू
सोहनिए नी लौट आजा वे तू
फिर से मैनु रुला जा वे तू
तेरे सारे ज़ुल्म सेह लूंगा मै
इक वारी नी मूड आजा वे तू
सोहनिए नी लौट आजा वे तू

जी झखम ही झखम से
मरहम का दबा नहीं
दी मुझे मौत मानके ही सज़ा सही
कोशिश तो करां दिल लगाने की बहुत
पर आज तक तेरी जैसी मुझे कोई मिला नही
अंदर ही अंदर घुट ता सा मैं रहता हू
पर किसी से कुछ भी ना मै कहता हू
तेरे संग कुछ पल बिताए लम्हों की
यादों में तुझे ही ढूंढ़ता
फिरता मैं रहता हूँ
कैसा यह प्यार तेरा किस मोड़ पे ले आई है
रात भर जागते पर मिलती ना तेरी परछाई है
तन्हाई तन्हाई मेरी जान पे बनाई है
इक वारी आके ना तू कर देती सुनवाई है

तेरे बिन हुँदा नही गुज़ारा मेरा
इक तू ही और कोई नहीं सहारा मेरा
तेरी बिन रू मेरी कम ज़ोरी है
किवे चलना हाए नि गुज़ारा मेरा, गुज़ारा मेरा
तू कहंदा सी तू मेरी ऐ मेरी ऐ
पर आज तेनू care नी ऐ, care नी ऐ
जमाना तेरा मुझपे ये एहसान सही
ओदे लई तेरा करा शुक्रिया

हाए वो तेरे कितने सोने झूठे वादे थे
और जाने कितने रात हमने साथ काटे थे
इक दूसरे के सारे दुख हमने बाटे थे
साथ रहेंगे कल सुपने तुम दिखाते थे
अपने से सारी बातें मुझे तुम बताती थी
दूर ना हो जाएँगे इस बात से घबराती थी
कैसे ना यकीन होता मुझे तेरी बातों पर
बात बात पर मुझे तू ता जान जो बुलाती थी
ग़लती हुई
क्यूंकी चेहरा था मासूम तेरा
कोई तुझसे कुच्छ कहता तो खौल ता था खून मेरा
जिस आशिक़ी को तूने पागल पन का नाम दिया
वो पागलपन नही
जानम जाना है जुनून मेरा
अब तू ता किसी गैरों की बाहों में होती है
लोगो के बिच मुझे बुरा भला कहती है
थोड़ा सा भी शर्म ना तुझे आती ओ जालिमा
मेरे दुखा ते रोज हस्ती फिरती तू रहती है
तुझे कोई फ़र्क नि पड़ता मेरे ना होने से
दिल से तू खेल गई जैसे की खिलोने से
फिर जाने क्यू तेरी फ़िक्र मुझे होती हैं
दिखता नही क्यूंकी आदत है च्छुपाने की

सोहनिए नी लौट आजा वे तू
फिर से मैनु रुला जा वे तू
तेरे सारे ज़ुल्म सेह लूंगा मै
इक वारी नी मूड आजा वे तू
सोहनिए नी लौट आजा वे तू
फिर से मैनु रुला जा वे तू
तेरे सारे ज़ुल्म सेह लूंगा मै
इक वारी नी मूड आजा वे तू
सोहनिए नी लौट आजा वे तू

Written by:
Umesh Kaushik

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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Umesh Kaushik, Rohit Kumar Kolee and Umu Pandit

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