Alka Yagnik and Sachin Gupta - Pyar Ki Kashti Mein [Summer Of Love]

प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चले हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

वहां क्या प्यार मिलेगा
चमन का फूल खिलेगा
जिसे दिल ढूंढ रहा है
क्या वह दिलदार मिलेगा

वहां सच होंगे सपने
बनेंगे गैर भी अपने
दिल की बारात सजेगी
मिलेंगे साजन अपने

मैंने सुना क्या सुना
जो कहा क्या कहा
जाना है बहुत दूर
प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चलें हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

प्यार को प्यार मिले तो
नज़र कहीं लग न जाए
मिले जीवन में हम तुम
कही फिर बिछड़ न जाएँ

नज़र क्या लगे वहां पर
है प्यार ही प्यार जहाँ पर
न बिछड़े मिलने वाले
जहाँ सब हों दिल वाले

तो चलो चले
हां चलें यूँ मिलके हाँ मिलके
होके ख़ुशी में चूर
प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चलें हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

Written by:
Kumar Sawan Tak, Roshan Rajesh

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik and Sachin Gupta

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