Tarun Makhijani, Lata Mangeshkar and Shailendra Singh - Chabi Kho Jayi [Remix]
हम तुम
बाहर से कोई अंदर न आ सके
अंदर से कोई बाहर न जा सके
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
हम तुम एक कमरे में बंद हो
और चाबी खो जाए
हम तुम एक कमरे में बंद हो
और चाबी खो जाए
तेरे नैनों की भूलभुलैया में बॉबी खो जाए
हम तुम एक कमरे में बंद हो
और चाबी खो जाए
आगे हो घनघोर अँधेरा
बाबा मुझे डर लगता है
पीछे कोई डाकू लूटेरा
हम्म क्यूँ डरा रहे हो
आगे हो घनघोर अँधेरा
पीछे कोई डाकू लूटेरा
ऊपर भी जाना हो मुश्किल
नीचे भी आना हो मुश्किल
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो
हम तुम कहीं को जा रहे हो
और रास्ता भूल जाए
ओ हो
हम तुम कभी को जा रहे हो
और रस्ता भूल जाए
तेरी बइयाँ के झूले में सैयां बॉबी झूल जाए
हम तुम एक कमरे में बंद हो (हम तुम एक कमरे में बंद हो)
और चाबी खो जाए (और चाबी खो जाए[)
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find