DJ Tarun Makhijani and Mohammed Rafi - Hum Kisi Se Kum Nahin [Remix]
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
कोई आए, कोई आए, कोई आए कोई
हम किसी से कम नहीं, कम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
कोई आए कोई
हम किसी से कम नहीं, कम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
क्या करें दिल की जलन को
इस मोहब्बत के चलन को
जो भी हो जाए के अब तो
सर से बाँधा है कफ़न को
हम तो दीवाने दिलजले
ज़ुल्म के साए में पले
डाल कर आँखों को तेरे रुखसारों पे
रोज़ ही चलते हैं हम तो अंगारों पे
आ आ आ आ आ आ आ
आज हम जैसे जिगर वाले कहाँ (आहा)
ज़ख्म खाया है तब हुए हैं जवान (आहा)
तीर बन जाए दोस्तों की नज़र (आहा)
या बने खंजर दुश्मनों की ज़ुबान (आहा)
बैठे हैं तेरे दर पे
तो कुच्छ कर के उठेंगे
या तुझको ही ले जाएँगे
या मर के उठेंगे
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
कोई आए, कोई आए, कोई आए कोई
हम किसी से कम नहीं, कम नहीं
है अगर दुश्मन (दुश्मन)
ज़माना गम नहीं, गम नहीं
Written by:
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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