Tarun Makhijani, Asha Bhosle and Bhupinder Singh - Jab Andhera Hota Hai [Remix]

ये आवाज़ आती है (प प प प)
चोर-चोर, चोर-चोर (चोर-चोर, चोर-चोर)
चोर-चोर, चोर-चोर (चोर-चोर, चोर-चोर)
शहरों की गलियों में जब अंधेरा होता है
आधी रात के बाद
एक चोर निकलता है काली सी सड़क पे (प प प प)
ये आवाज़ आती है (प प प प)
चोर-चोर, चोर-चोर (चोर-चोर, चोर-चोर)
चोर-चोर, चोर-चोर (चोर-चोर, चोर-चोर)
शहरों की गलियों में जब अंधेरा होता है
आधी रात के बाद

लोग बंद कमरों में चैन से जब सोते हैं
लोग बंद कमरों में चैन से जब सोते हैं

ये जागता है सारी रात भागता है (ये जागता है सारी रात भागता है)
ताले टूटे होते हैं जब सवेरा होता है या (प प प प)
जब अंधेरा होता है आधी रात के बाद

सुन लो पहरेदारों होश मे रहना यारों
सुन लो पहरेदारों होश मे रहना यारों

साथ घूमती है नागिन रात झूमती है (साथ घूमती है नागिन रात झूमती है)
अलबेला मस्ताना वो सपेरा होता है या (प प प प)
जब अंधेरा होता है आधी रात के बाद

Written by:
ANAND BAKSHI, RAHUL DEV BURMAN, Gourav Dasgupta, Shellee Shellee

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Tarun Makhijani, Asha Bhosle and Bhupinder Singh

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