Anurag Abhishek and Udit Narayan - Mere mehboob Mere Sanam [Remix 1]

कब मैंने ये सोचा था
कब मैंने ये जाना था

कब मैंने ये सोचा था
कब मैंने ये जाना था
तुम इतने बदल जाओगे
तुम इतना मुझे चाहोगे
तुम इतना प्यार करोगे
तुम यूं इकरार करोगे
मेरे महबूब मेरे सनम (धूम पचक धूम)
शुक्रिया मेहरबानी करम
मेरे महबूब मेरे सनम (धूम पचक धूम)
शुक्रिया मेहरबानी करम
कब मैंने ये सोचा था
कब मैंने ये जाना था
तुम इतने बदल जाओगे
तुम इतना मुझे चाहोगे
तुम इतना प्यार करोगे
तुम यूं इकरार करोगे
मेरे महबूब मेरे सनम
शुक्रिया मेहरबानी करम (धूम पचक धूम)

आँखों में जो नर्मी है
पहले तो नहीं थी
साँसों में जो गर्मी है
पहले तो नहीं थी
पहले तो न यूँ छाईं थीं

ओ ओ ओ

ज़ुल्फ़ों की घटाएं

ओ ओ ओ

पहले तो न यूँ छाईं थीं
ज़ुल्फ़ों की ये घटाएं
पहले तो न यूँ महकी थीं
आंचल की हवाएं
पहले तो नहीं आती थीं
तुमको ये अदाएं
आज कितने हसीं हैं सितम (धूम पचक धूम)
शुक्रिया मेहरबानी करम (धूम पचक धूम)
मेरे महबूब मेरे सनम (धूम पचक धूम)
शुक्रिया मेहरबानी करम

Written by:
A, N, Anu Malik

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Anurag Abhishek and Udit Narayan

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