Shailendra Singh, Alka Yagnik and Laxmikant Pyarelal - Oui Main Mar Gai
उई उई मैं मार गयी उई उई
उई उई उई मैं मार गयी उई उई
डॉक्टर बाबू देर ना कर तू जल्दी लगादे सुई
उई उई मैं मार गयी उई उई उई
उई मैं मार गयी उई उई
डॉक्टर बाबू देर ना कर तू जल्दी लगादे सुई
उई उई मैं मार गयी उई उई
मेरा क्या इलाज है
ये मर्ज लाइलाज है
अरे मेरा क्या इलाज है
ये मर्ज लाइलाज है
तुम कोशिश कर देखो
दूसरा डॉक्टर देखो
अरे तुम कोशिश कर देखो
अरे दूसरा डॉक्टर देखो
हाथ ना छोड़ो, हाथ ना छोड़ो
ज़ख़्म पे रख दो रुई रुई
उई उई मैं मार गयी उई उई
डॉक्टर बाबू देर ना कर तू जल्दी लगादे सुई
उई उई मैं मार गयी उई उई उई
नींद नही आती है
हो हो ओ नींद नही आती है
नींद कहाँ जाती है
ये है रोग पुराना
ढुंढ़ो पागलख़ाना
अरे ये है रोग पुराना
अरे ढुंढ़ो पागलख़ाना
मेरे साजन मेरे साजन
तेरे कारण अरे मैं पागल हुई हुई
उई उई मैं मार गयी उई उई
डॉक्टर बाबू देर ना कर तू जल्दी लगादे सुई
उई उई मैं मार गयी उई उई उई
जान पड़ी मुश्किल मे
चोर है तेरे दिल मे
अरे जान पड़ी मुश्किल मे
चोर है तेरे दिल मे
दिल की खिड़की खोलो
क्या तकलीफ़ है बोलो
अरे दिल की खिड़की खोलो
अरे क्या तकलीफ़ है बोलो
शोला भड़का शोला भड़का
ये दिल धड़का नब्ज़ जो तूने च्छुई च्छुई
उई उई मैं मार गयी उई उई
डॉक्टर बाबू देर ना कर तू जल्दी लगादे सुई
उई उई मैं मर गयी उई उई उई
उई मैं मर गयी उई उई
उई मैं मर गयी उई
Written by:
ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find