Mutiba and Tushar Sharma - Ek Mota Hathi

एक मोटा हाथी झूम के चला
मकड़ी की जाल में जाके वो फॅंसा
मकड़ी को देखा देख के डरा
दूसरे हाथी को इशारे से बुलाया
इधर आ इधर आ इधर आ

दो मोटे हाथी झूम के चले
मकड़ी की जाल में जाके वो फसे
जाल को देखा देख के डरे
तीसरे हाथी को इशारे से बुलाया
इधर आ इधर आ इधर आ

तीन मोटे हाथी घुमने चले
मकड़ी की जाल में जाके वो फसे
जाल को देखा देख के डरे
चौथे हाथी को इशारे से बुलाया
इधर आ इधर आ इधर आ

चार मोटे हाथी झुमके चले
मकड़ी की जाल में जाके वो फसे
मकड़ी को देखा देख के डरे
पंचवे हाथी को इशारे से बुलाया
इधर आ इधर आ इधर आ

फिर सबने मिलके जाल को तोड़ा
जाल को तोड़के झूमते झूमते घर को चले

Written by:
Traditional

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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Mutiba and Tushar Sharma

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