Lata Mangeshkar and Bappi Lahiri - Palkon Ke

अरे चोर चोर चोर
पलकों के पीछे से
दिल के बग़ीचे में
चुपके से कोई आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया
पलकों के पीछे से

दिल के बग़ीचे में
चुपके से आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया

दिल मेरा मुझे दे दे
नहीं तो में मचा दूंगा शोर
पलकों के पीछे से
दिल के बग़ीचे में
चुपके से आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया

एक लड़की आँखों से बोल गई
क्या जाने कैसी ये बात
एक लड़की आँखों से बोल गई
क्या जाने कैसी ये बात
सीने में कुछ ऐसा दर्द उठा
सो ना सका सारी रात
यहाँ वहां खड़ी खड़ी
देखे मुझे घडी घडी
मिले जहाँ जोड़े वहाँ
नैनों से नैनों की डोर
अरे जा जा
हे पलकों के पीछे से
दिल के बग़ीचे में
चुपके से आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया

थोड़ी सी पागल वो शोख परी
आती है जैसे तूफ़ान
थोड़ी सी पागल वो शोख परी
आती है जैसे तूफ़ान
छू ले तो बिजली सी दिल पे गिरे
ऐसे हसे ले ले जान
थिरक थिरक बहक बहक लचक लचक
चमक चमक ऐसे चले ठुमक ठुमक
जैसे नाचे वन में मोर
चल कबूतर
है पलकों के पीछे से
दिल के बग़ीचे में
चुपके से आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया

धरती पे पड़ते है पाँव कहाँ
देखा न ऐसा ग़रूर
धरती पे पड़ते है पाँव कहाँ
देखा न ऐसा ग़रूर
कुछ तन बदन का है होश नहीं
रहती है मस्ती में चूर
गोरी गोरी नाज़बहारी
थोड़ी भलि थोड़ी बुरी
ऐसा दगा दे के गई

दिल पे चले कुछ न जोड़
अरे जा फूट
है पलकों के पीछे से
दिल के बग़ीचे में
चुपके से आया कोई चोर(चोर चोर)
अरे दिल खो गया
दिल मेरा मुझे दे दे
नहीं तो में मचा दूंगा शोर
है है हां हां हो हो
है है हां हां ला ला ला ला ला
अरे दिल खो गया होय
अरे दिल खो गया होये
अरे दिल खो गया

Written by:
ANJAAN, Bappi Lahiri

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and Bappi Lahiri

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