Usha Mangeshkar, Lata Mangeshkar, Laxmikant Pyarelal and कमल बारोट - Itni Jaldi Kya Hai Gori
इतनी जल्दी क्या है गोरी
साजन के घर जाने की
इतनी जल्दी क्या है गोरी
साजन के घर जाने की
सखियों के संग बैठ जरा
आ सखियों के संग बैठ जरा
कुछ बाते है समझाने की
इतनी जल्दी क्या है गोरी
साजन के घर जाने की
सखियों के संग बैठ जरा
हां सखियों के संग बैठ जरा
कुछ बाते है समझाने की
इतनी जल्दी क्या है गोरी
घूंघट की ओट में तू अंखिया छुपाना
सैया पड़े पाइया तू मुख न दिखाना
तेरे पी को तू इतनी भायेगी
तुझे उनकी नजर लग जायेगी
बचना बचना पहली
चित्तमान है तेरे अन्जाने की
सखियों के संग बैठ जरा
हा सखियों के संग बैठ जरा
कुछ बाते है समझाने की
इतनी जल्दी क्या है गोरी
सुनके पिया की बतिया हसी की
अपने ही बस में रहियो
गोरी अपने ही बस में रहियो
दांतो तले कही ऊँगली दबा के
जोर से हंस मत जइयो
गोरी जोर से हंस मत जइयो
तू है बड़ी नादान ले मुझे पहचान
सिमट कर रहियो
सिख सहेली ये है पहेली
पी को बस में लाने की
सखियों के संग बैठ जरा
हां सखियों के संग बैठ जरा
कुछ बाते है समझाने की
इतनी जल्दी क्या है गोरी
साजन के घर जाने की
सखियों के संग बैठ जरा
हां सखियों के संग बैठ जरा
कुछ बाते है समझाने की
Written by:
BHARAT VYAS, LAXMIKANT PYARELAL
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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