Prashant Kumar and Kishore Kumar - Haal Kya Hai Dilon Ka [Analogue Mix]

हाल क्या है दिलों का
ना पूछो सनम
हाल क्या है दिलों का
ना पूछो सनम
आप का मुस्कुराना
गज़ब ढा गया
हाल क्या है दिलों का
ना पूछो सनम
आप का मुस्कुराना
गज़ब ढा गया
एक तो महफ़िल
तुम्हारी हसीं कम न थी
एक तो महफ़िल
तुम्हारी हसीं कम न थी
उसपे मेरा तराना
गजब ढा गया
एक तो महफ़िल
तुम्हारी हसीं कम न थी
उसपे मेरा तराना
गजब ढा गया
हाल क्या है दिलों का
ना पूछो सनम

अब तो लहराया
मस्ती भरी छाँव में
बाँध दो चाहे घुँघरू
मेरे पॉंव में
बाँध दो चाहे घुँघरू
मेरे पॉंव में
मैं बहकता नहीं था
मगर क्या करूँ
मैं बहकता नहीं था
मगर क्या करूँ
आज मौसम सुहाना
गजब ढा गया
मैं बहकता नहीं था
मगर क्या करूँ
आज मौसम सुहाना
गजब ढा गया
हाल क्या है दिलों का
ना पूछो सनम


Written by:
LAXMIKANT PYARELAL, MAJROOH SULTANPURI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Prashant Kumar and Kishore Kumar

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