Aishwarya Pandit and संजीव दर्शन - Deewani Deewani
दीवानी दीवानी कहके सब मुझपे हंसते हैं
लड़की तू हो गयी पागल जग वाले एहते हैं
दीवानी दीवानी कहके सब मुझपे हंसते हैं
लड़की तू हो गयी पागल जग वाले एहते हैं
मेरा हाथ छोढ़कर तुमने है हाथ किसी का पकड़ा
क्यूँ गुज़रे मेरी गली से छुपा कर अपना मुखड़ा
क्यूँ गुज़रे मेरी गली से छुपा कर अपना मुखड़ा
नासमझी थी मेरी तेरी दीवानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
तुमसे दिल लगाने की नादानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
एक बार जो कहता मुझसे
सौ बार मैं तुझे मानती
मेरा प्यार जो तुझको कम था
मैं जान भी तुझपे लुटा ती
तुमने बेवफ़ाई की सब हद्द है पार कर ली
ये जान ले तू भी इतना चाहेगा ना कोई
हैं यार तू दिलबर कैसा
दिलदार को नही समझता
मेरे आँसू नही समझता
सच्चे प्यार को नही समझता
नासमझी थी मेरी तेरी दीवानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
तुमसे दिल लगाने की नादानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
Written by:
Sanjay Mishra
Publisher:
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