Gulshan Jhankar Studio and Lata Mangeshkar - Ae Malik Tere Bande Hum [Jhankar Beats]
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम (आ आ)
ऐसे हों हमारे करम (आ आ)
नेकी पर चलें और बदी से टलें
ताकि हंसते हुए निकले दम (आ आ)
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
बड़ा कमज़ोर है आदमी(आ आ)
अभी लाखों हैं इस में कमी(आ आ)
पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा
तेरी किरपा से धरती थमी
दिया तूने हमें जब जनम(आ आ)
तू ही झेलेगा हम सबके ग़म(आ आ)
नेकी पर चलें और बदी से टलें
ताकि हंसते हुए निकले दम (आ आ)
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
आ आ आ आ आ आ
जब ज़ुल्मों का हो सामना(आ आ आ)
जब ज़ुल्मों का हो सामना(आ आ)
तब तू ही हमें थामना(आ आ)
वो बुराई करें, हम भलाई भरें
नहीं बदले की हो कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम
और मिटे बैर का ये भरम(आ आ)
नेकी पर चलें और बदी से टलें
ताकि हंसते हुए निकले दम (आ आ)
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम
Written by:
Bharat Vyas, Vasant Desai
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find