Gulshan Jhankar Studio, Mohammed Rafi and Asha Devi - Mohabbat Ke Maron Ka Haal [Jhankar Beats]

मुहब्बत के मारों का
मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है

ज़माना उनपे हँसता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है

मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है

ज़माना उनपे हँसता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है

हम पास तुम्हारे आ न सके
हम पास तुम्हारे आ न सके
हम दूर भी तुमसे रह न सके
दम घुटता रहा अरमानों का
कुछ कहना चाहा कह न सके

मुहब्बत के मारों का
मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है
ज़माना उनपे हँसता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है

जिसने हमको बर्बाद किया
जिसने हमको बर्बाद किया
हम उसको दुआएं देते हैं
जब ददर से भर आता है दिल
बस नाम उसी का लेते हैं
मुहब्बत के मारों का
मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है
ज़माना उनपे हँसता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है

ये दर्द छुपाए छुप न सका
ये दर्द छुपाए छुप न सका
ये सहना चाहे सह न सके
दिल यास से भर आया लेकिन
आँखों से आँसू बह न सके

मुहब्बत के मारों का
मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है
ज़माना उनपे हँसता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है
नसीबा उनपे रोता है


Written by:
Roshan, Kidar Sharma

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Gulshan Jhankar Studio, Mohammed Rafi and Asha Devi

View Profile