Gulshan Jhankar Studio, Kishore Kumar and Asha Bhosle - Daftar Ko Der Ho Gai [Jhankar Beats]
जागिए श्री मती जी आंखे खोलिए
उम् क्या चाहिए ?
अरे भाई देर हो गई
तो मैं क्या करू ?
कॉफी ,कॉफी चाहिए
कॉफी ,कॉफी और मैं हहहह हा
दफ़्तर को देर हो गयी
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
दफ़्तर को देर हो गयी
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
बीवी हू मैं बावरची नही
मुझे आता नही कॉफी बनाना
दफ़्तर को देर हो गयी
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
आज दफ़्तर ना जाओ तो अच्छा
क्यों
खुशी घर मे मनाओ तो अच्छा
है दफ़्तर मे राक्षस की रानी
खा जाएगी जो मुझे कच्चा
राक्षस की रानी को मना लूँगी
तुमको छूटी दिला दूँगी
तुम आज दफ़्तर ना जाना
दफ़्तर को देर हो गयी
मूज़े जल्दी से कॉफी पिलाना
बीवी हू मैं बावरची नही
मुझे आता नही कॉफी बनाना
अरे दफ़्तर को देर हो गयी
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
काम बीवी का खाना पकाना
कपड़े धोना और झाड़ू लगाना
काम से तुम मत आँखें चुराना
सास ससुर का हुकुम बजाना
काम करने को लाखों है नौकर
प्यार करने को आई मैं यहाँ पर
दिल मे अर्मा लाई हू मैं
रानी बनकर आई हू मैं
नौकरानी ना मुझको बनाना
दफ़्तर को देर हो गयी
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
बीवी हू मैं बावरची नही
मुझे आता नही कॉफी बनाना
दफ़्तर को देर हो गयी
तो जाओ ना
मुझे जल्दी से कॉफी पिलाना
अच्छा चलो हम सिखाते है कॉफी बनाना
आधा दूध और आधा पानी
पहले गरम करो मेरी रानी
ना शरम करो मेरी जानी
उन दोनो को ऐसे उबलो
फिर थोड़ी सी कॉफी मिला लो
और चम्मच से ऐसे हिलाओ
बनी कैसे तुम पी कर बताओ
च्चि च्चि च्चि ये कोई कॉफी, शक्कर तो है ही नही
प्यार है अपना शक्कर से मीठा
शक्कर ना इसमे मिलना
दफ़्तर को देर हो गयी
अरे दफ़्तर को देर हो गयी
Written by:
Bappi Lahiri, Indeewar
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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