Nandinii Roy - Do Naina Aur Ek Kahani

दो नैना और एक कहानी

दो नैना और एक कहानी
थोड़ा सा बादल थोड़ा सा पानी
और एक कहानी
दो नैना और एक कहानी
थोड़ा सा बादल थोड़ा सा पानी
और एक कहानी
दो नैना और एक कहानी

छोटी सी दो झीलों में वो
बहती रहती है

ओ छोटी सी दो झीलों में वो
बहती रहती है
कोई सुने या ना सुने
कहती रहती है
कुछ लिख के और कुछ ज़ुबानी
हो थोड़ा सा बादल थोड़ा सा पानी
और एक कहानी
दो नैना और एक कहानी

थोड़ी सी है जानी हुई
थोड़ी सी नई

ओ थोड़ी सी है जानी हुई
थोड़ी सी नई
जहाँ रुके आँसू वहीं
पुरी हो गई
है तो नई फिर भी है पुरानी
हो थोड़ा सा बादल थोड़ा सा पानी
और एक कहानी
दो नैना और एक कहानी

एक ख़त्म हो तो दूसरी
रात आ जाती है

ओ एक ख़त्म हो तो दूसरी
रात आ जाती है
होंठों पे फिर भूली हुई
बात आ जाती है
दो नैनों की है ये कहानी
हो थोड़ा सा बादल थोड़ा सा पानी
और एक कहानी
दो नैना और एक कहानी


Written by:
GULZAR, RAHUL DEV BURMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Nandinii Roy

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