Gulshan Jhankar Studio and Mohammed Rafi - Kahke Bhi Na Aaye Tum [Jhankar Beats]

केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुमहि जीते
दिल दे के हुमी हारे

हम आस किये जाते
तुम पास नहीं आते
जाना था चले जाते
मिलाने तो चले आते
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुमहि जीते
दिल दे के हुमी हारे

हमने था तुम्हे माना
तुमने ही न पहचाना

जब होना था बेगाना
तब क्यों किया दीवाना
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुमहि जीते
दिल दे के हुमी हारे

सुनसान हुयी गलिया
सब सुख गयी कालिया
अब बीत चली घडिया
पर जाग रही अंखिया
केह के भी न आये तुम
अब छुपने लगे तारे
दिल ले के तुमहि जीते
दिल दे के हुमी हारे


Written by:
C Ramchandra, G S Nepali

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Gulshan Jhankar Studio and Mohammed Rafi

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