Lata Mangeshkar and Salil Chowdhury - Jis Dware Par Ghar Ki Bahu

आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
जिस द्वारे पे घर की बहु रंगोली सजाती है
उस द्वारे घर के अंदर लक्ष्मी आती है
जिस द्वारे पे घर की बहु रंगोली सजाती है
उस द्वारे घर के अंदर लक्ष्मी आती है

धन मिले सुख मिले
धन मिले सुख मिले
पिया के प्रेम से गोरी का मन खिले
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
जिस आंगन में घर की बहु
तुलसी लगाती है
उस आंगन की माटी
सुंदर फूल खिलाती है
जिस द्वारे पर घर की बहु रंगोली सजाती है
उस द्वारे घर के अंदर लक्ष्मी आती है

सुबह शाम घन श्याम
सुबह शाम घन श्याम
मोरी गैया बिहारे याद तेरो नाम
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
जिस गैया घर की बहु यूं तिलक लगाती है
वो गैया घर की माँ बन कर
दूध पिलाती है
जिस द्वारे पर घर की बहु
रंगोली सजाती है
उस द्वारे घर के
अंदर लक्ष्मी आती है

दिन रैन वहाँ चैन
दिन रैन वहाँ चैन
जहा तुमपे रहे
प्रभु सब के नैन
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
जिस मंदिर में घर की बहु
ये ज्योत जलाती है
उस मंदिर में जीवन
ज्योति जगमगाती है
जिस द्वारे पर घर की बहु
रंगोली सजाती है
उस द्वारे घर के
अंदर लक्ष्मी आती है
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा
आ हा हा आ हा हा हु


Written by:
ANANDSHI BAKSHI, Salil Chowdhury

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and Salil Chowdhury

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