Vishal Mishra and Raj Shekhar - Kiddan Zaalima

गल्लां तेरियां सितार जैसी
आँखां तेरियां ख़ुमार जैसी
हँसके तू गल करदी ऐ, कहण्दी ऐ किद्दां ज़ालिमा?
कदी दिल दा क़रार लेके
कदी ऐवें इनकार लेके
हँसके ती गल करदी ऐ, कहण्दी ऐ किद्दां ज़ालिमा?
आभ तारे भिखरे हे सारे
तेरी नजर के इशारे पे
तू ख्वाब सी है तू रौशनी है
तेरे क्या कहने हो हो हो
जद जद तेनूं वेख्या
दिल कट कट जांदे ने
सच सच तेनूं बोलना
पागल जेहे हुए हुए
एक कमाल कर दी है, फिर पूछती है किद्दां ज़ालिमा
जद जद तेनूं वेख्या
दिल कट कट जांदे ने
सच सच तेनूं बोलना
पागल जेहे हुए हुए
एक कमाल कर दी है, फिर पूछती है किद्दां ज़ालिमा

प्यारी सी मुश्किल है तू
एक चलती फिरती सी महफ़िल है तू
मैं मर भी जाऊं, गर कातिल है तू
देखे निशाने तेरे
दुनिया तेरी है, ज़माने तेरे
हर दिल पे हैं अब फ़साने तेरे
तू सच में है या धोखा कोई
जैसे हवा का झोंका कोई
पल में यहाँ, पल में वहाँ
थोड़ा रहम तो फरमा
आवारा तारे बिखरे हैं सारे
तेरी नज़र के इशारे पे
तू खवाब सी है, तू रोशनी है
तेरे क्या कहने हो हो हो
जद जद तेनूं वेख्या
दिल कट कट जांदे ने
सच सच तेनूं बोलना
पागल जेहे हुए हुए
एक कमाल कर दी है, फिर पूछती है किद्दां ज़ालिमा
जद जद तेनूं वेख्या
दिल कट कट जांदे ने
सच सच तेनूं बोलना
पागल जेहे हुए हुए
एक कमाल कर दी है, फिर पूछती है किद्दां ज़ालिमा


Written by:
Vishal Mishra, Raj Shekhar

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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Vishal Mishra and Raj Shekhar

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